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12 Apr 2025 · 1 min read

दोहा

भागता फिरे है , तू क्यों बन्दे
भौतिक जगत की चाह में I
जीवन को न्योछावर कर दें
प्रभु चरणों की राह में II

अंत समय आयेंगे , प्रभु काम
जप ले बन्दे , प्रभु का नाम I
क्यूँ न लें , हम प्रभु का नाम
जीते जी मिले , मोक्ष धाम II

अनिल कुमार गुप्ता “अंजुम”

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