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2 Apr 2025 · 1 min read

तू मेरे इश्क़ को स्वीकार कर |

तू मेरे इश्क़ को स्वीकार कर |
तेरे हर पल खुशियों से भर देंगे |
तू रूठो हजार बार भी
फिर भी मना लेंगे |
तेरे लिए खुशियों की दुकान खोल देते |
तू हाँ तो बोल
तेरे लिए जान भी कुर्बान कर देंगे ||

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