***हालात नीति***

***हालात नीति***
जज्बा अगर जज्बात में हो, तो हालात बदले जा सकते हैं।।
ज्ञान की ज्योति बात में हो, तो हर रात बदले जा सकते हैं।।
सत्ता अगर हाथ में हो ,तो हर बात बदले जा सकते हैं।
गद्दार अगर पास में हो, तो साथ बदले जा सकते हैं।।
क्योंकि बदलाव से ही समय के साथ बदले जा सकते हैं।।।
~अभिलेश श्रीभारती~
(साहित्य, लेखन और रचना)