जिन रिश्तों को मीठा बनाए रखने के लिए “लल्लो-चप्पो” की चाशनी

जिन रिश्तों को मीठा बनाए रखने के लिए “लल्लो-चप्पो” की चाशनी डालनी पड़े, वह आत्मीयता के लिए “मधुमेह” से ज़्यादा ख़तरनाक होते हैं।
🙅प्रणय प्रभात🙅
जिन रिश्तों को मीठा बनाए रखने के लिए “लल्लो-चप्पो” की चाशनी डालनी पड़े, वह आत्मीयता के लिए “मधुमेह” से ज़्यादा ख़तरनाक होते हैं।
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