लगता है कि सजा याफ़्ता हु

लगता है कि सजा याफ़्ता हु
खुद को खुद की ही गिरफ्त में पाता हु।
अरमान अधूरे रहे कि पूरे यह सोच ही नहीं पाता हु
रिहा होना चाहता हु लेकिन कोई रास्ता नहीं दिखता
मील का पत्थर करीब ही था
मैं उसे देख ही नहीं पाता हु।