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22 Feb 2025 · 1 min read

तेरा इश्क है काले धन सा जिसे छिपाते रहते है,

तेरा इश्क है काले धन सा जिसे छिपाते रहते है,
प्रेम को दुनिया की नज़रों से रोज़ बचाते रहते हैं,
बिन लफज़ो को खर्च किए नयनों से समझाते हैं
मन ही मन तुझ पर अपना यह प्रेम लूटाते रहते है,,

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