माँ मुझे जवान कर तू बूढ़ी हो गयी....
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
लक्ष्य अभिप्रेत
Dr. Ravindra Kumar Sonwane "Rajkan"
हमें कोटला सुल्तान सिंह चलना चाहिए
आँखों देखा हाल 'कौशल' लिख रहा था रोड पर
Kaushlendra Singh Lodhi Kaushal (कौशलेंद्र सिंह)
जनदृष्टि संस्थान, बदायूँ द्वारा "राष्ट्रीय उत्कृष्ट शिक्षक सम्मान-2024" से सम्मानित हुए रूपेश
मरने से ज्यादा खौफ़नाक होता है भुला दिया जाना...
यह तो कोई इंसाफ न हुआ .....
फ़ायदा क्या है यूं वज़ाहत का,
बचपन के वो दिन कितने सुहाने लगते है
झूठ की लहरों में हूं उलझा, मैं अकेला मझधार में।
*वो नीला सितारा* ( 14 of 25 )
उड़ान ऐसी भरो की हौसलों की मिसाल दी जाए।।
जीवन में प्रकाश, जुगनू की तरह आया..