Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
18 Feb 2025 · 1 min read

रचना

भोर सुनहरी
—————

भोर सुनहरी
नित आती है
आस नई जगा जाती है ।

सूरज की किरणें
प्राण पुष्ट करती हैं
सपने सुहाने बुनती हैं ।

चिड़ियों का कलरव
सिखलाता है
गीत मधुर गाना आता है ।

संघर्षों से डरो न
तम पर वार करो
दुःख भी सहन करो ।

राहों में कांटे
तो फूल भी आएंगे
हृदय प्रफुल्लित करेंगे ।

– मुकेश कुमार ऋषि वर्मा
ग्राम रिहावली, डाक घर तारौली गूजर, फतेहाबाद, आगरा, उत्तर प्रदेश 283111
मो.9627912535

28 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

गुरु चरणों मे चारों धाम
गुरु चरणों मे चारों धाम
Dr. P.C. Bisen
विषय:भारतीय राष्ट्रीय ध्वज।
विषय:भारतीय राष्ट्रीय ध्वज।
Priya princess panwar
उसने सिला हमको यह दिया
उसने सिला हमको यह दिया
gurudeenverma198
एक तूही दयावान
एक तूही दयावान
Basant Bhagawan Roy
*ये दिन भी गुजर जाएंगे*
*ये दिन भी गुजर जाएंगे*
Shashank Mishra
शिव सुंदर तुं सबसे है 🌧
शिव सुंदर तुं सबसे है 🌧
©️ दामिनी नारायण सिंह
3763.💐 *पूर्णिका* 💐
3763.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
तेरी याद ......
तेरी याद ......
sushil yadav
आधुनिक तकनीक से स्मार्ट खेती
आधुनिक तकनीक से स्मार्ट खेती
अरशद रसूल बदायूंनी
ग़म का दरिया
ग़म का दरिया
देवेंद्र प्रताप वर्मा 'विनीत'
रिपोस्ट....
रिपोस्ट....
sheema anmol
बेटी
बेटी
anurag Azamgarh
हर क्षेत्र में आगे बढ़ने की होड़ मची है,
हर क्षेत्र में आगे बढ़ने की होड़ मची है,
Ajit Kumar "Karn"
नज्म
नज्म
Dr.Archannaa Mishraa
हे राम!धरा पर आ जाओ
हे राम!धरा पर आ जाओ
Mukta Rashmi
तुम्हारी याद तो मेरे सिरहाने रखें हैं।
तुम्हारी याद तो मेरे सिरहाने रखें हैं।
Manoj Mahato
पत्थर जैसे दिल से दिल लगाना पड़ता है,
पत्थर जैसे दिल से दिल लगाना पड़ता है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
"बेदर्द जमाने में"
Dr. Kishan tandon kranti
*आहा! आलू बड़े मजेदार*
*आहा! आलू बड़े मजेदार*
Dushyant Kumar
"पानी की हर बूंद और जीवन का हर पल अनमोल है। दोनों को कल के ल
*प्रणय प्रभात*
आंगन की फुलवारी
आंगन की फुलवारी
Swami Ganganiya
*पारस-मणि की चाह नहीं प्रभु, तुमको कैसे पाऊॅं (गीत)*
*पारस-मणि की चाह नहीं प्रभु, तुमको कैसे पाऊॅं (गीत)*
Ravi Prakash
मुझे पढ़ना आता हैं और उसे आंखो से जताना आता हैं,
मुझे पढ़ना आता हैं और उसे आंखो से जताना आता हैं,
पूर्वार्थ
मंजिल मिले ना मिले लेकिन कोशिश बेमिसाल होनी चाहिए,
मंजिल मिले ना मिले लेकिन कोशिश बेमिसाल होनी चाहिए,
Rati Raj
विराम चिह्न
विराम चिह्न
Neelam Sharma
संत बनाम कालनेमि
संत बनाम कालनेमि
मनोज कर्ण
सत्यव्रती धर्मज्ञ त्रसित हैं, कुचली जाती उनकी छाती।
सत्यव्रती धर्मज्ञ त्रसित हैं, कुचली जाती उनकी छाती।
महेश चन्द्र त्रिपाठी
बंदिशें इस क़दर रहीं दिल की
बंदिशें इस क़दर रहीं दिल की
Dr fauzia Naseem shad
तमाम आरजूओं के बीच बस एक तुम्हारी तमन्ना,
तमाम आरजूओं के बीच बस एक तुम्हारी तमन्ना,
Shalini Mishra Tiwari
आई है होली
आई है होली
Meera Thakur
Loading...