महकती रहेगी मुहब्ब्त की ख़ुशबू

महकती रहेगी मुहब्ब्त की ख़ुशबू
बाहों में बाहें हम डाले रहेंगे।
करो साथ देने का वादा अग़र तुम,
अँधेरे भी होकर उजाले रहेंगे।
✍️डॉक्टर रागिनी स्वर्णकार शर्मा,इंदौर
महकती रहेगी मुहब्ब्त की ख़ुशबू
बाहों में बाहें हम डाले रहेंगे।
करो साथ देने का वादा अग़र तुम,
अँधेरे भी होकर उजाले रहेंगे।
✍️डॉक्टर रागिनी स्वर्णकार शर्मा,इंदौर