आधार छंद– अहीर

आधार छंद– अहीर
मापनी– 2212-121
पदांत– 121 अनिवार्य
करना पड़े उपाय
उत्तम रखो स्वभाव, धरना जरा न छाव ।
मन में रखो न ताव, पनपे नहीं दुराव।
उर को रखो विशाल, जीवन रहे कमाल।
छेड़ो वही प्रसंग, जन जन भरे उमंग।।
करना पड़े उपाय, बदलो स्वयं सुभाय ।
जिसकी गिरा विनीत, वे तो रहे अभीत।
मन को रखो उदार, उपजे सही विचार।
उज्ज्वल रहे चरित्र,आत्मा रहे पवित्र।।
नरेन्द्र सिंह, गया