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4 Feb 2025 · 1 min read

शबरी

शबरी करे प्रतीक्षा श्री राम आ भी जाओ
कर दो कृपा जरा तुम प्रभु देर मत लगाओ

माथे पे श्वेत चंदन है जीण क्षीण काया
दिखता है हर तरफ अब बस मौत का ही साया
मैं थक चुकी हूँ राघव इतना नहीं सताओ
कर दो कृपा जरा तुम प्रभु देर मत लगाओ

बस राम नाम की धुन है मेरे मन को लागी
आँखें ये तुमको तकती सोई हों चाहे जागी
हर साँस कह रही है हे राम जल्दी आओ
कर दो कृपा जरा तुम प्रभु देर मत लगाओ

कर्मों का सारा लेखा जो कष्ट इतने भोगे
आँखें तरस रही हैं कब दर्श राम दोगे
दे दो क्षमा मुझे अब अवगुण मेरे भुलाओ
कर दो कृपा जरा तुम प्रभु देर मत लगाओ

मुझको है ये भरोसा आयेंगे राम द्वारे
चख चख के रोज रखती मै हूं ये बेर सारे
आयेंगे तब कहूंगी लो मीठे बेर खाओ
कर दो कृपा जरा तुम प्रभु देर मत लगाओ

डॉ अर्चना गुप्ता
04.02.2025

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