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1 Feb 2025 · 1 min read

मातृरूपेण चा जगदंबिके, कालिके मात सरस्वती,

मातृरूपेण चा जगदंबिके, कालिके मात सरस्वती,
बुद्धि देव मां सिद्धिदात्री, जग संकट हरो परमेश्वरी।

नमस्ते.! हे जगतारणी, पुष्पम च समर्पयामि:,
समर्पणम दृश्यम भवन्तु, सुखम समृद्धि दर्शनम।

✍️~ SPK Sachin Lodhi

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