मातृरूपेण चा जगदंबिके, कालिके मात सरस्वती,
मातृरूपेण चा जगदंबिके, कालिके मात सरस्वती,
बुद्धि देव मां सिद्धिदात्री, जग संकट हरो परमेश्वरी।
नमस्ते.! हे जगतारणी, पुष्पम च समर्पयामि:,
समर्पणम दृश्यम भवन्तु, सुखम समृद्धि दर्शनम।
✍️~ SPK Sachin Lodhi