जिस घर में बेटी का जन्म होता है

जिस घर में बेटी का जन्म होता है
उस घर का संस्कार बदल जाता है
समय को जैसे भी चलना हो चले
घर का पूरा भाग्य बदल जाता है
पारस नाथ झा
जिस घर में बेटी का जन्म होता है
उस घर का संस्कार बदल जाता है
समय को जैसे भी चलना हो चले
घर का पूरा भाग्य बदल जाता है
पारस नाथ झा