झूठ से नफरत है सबको,
झूठ से नफरत है सबको,
तो झूठ बोलते क्यों हैं?
टूटा वादा बुरा लगता है सबको
तो वादा करके तोड़ते क्यों हैं?
दोगले चेहरे बुरे लगते हैं सबको,
तो दोगले चेहरे रखते क्यों हैं?
पालते हैं ज़हर खुद में,
फिर पूछते हैं…
आस्तीन में रखे साँप,
डसते क्यों हैं?