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21 Dec 2024 · 1 min read

विचार

विचार

क्रोध , मनुष्य के भीतर विद्यमान संवेदनाओं एवं मनुष्यतापूर्ण विचारों का नाश कर देता है साथ ही यह मनुष्य को अहिंसा से हिंसा की ओर धकेल जीवन को नरक बना देता है |

अनिल कुमार गुप्ता “अंजुम”

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