मां बाप के मरने पर पहले बच्चे अनाथ हो जाते थे।
आफताब ए मौसिकी : स्व मोहम्मद रफी साहब
जीवन के उलझे तार न सुलझाता कोई,
मन खग
डॉ राजेंद्र सिंह स्वच्छंद
मईया के आने कि आहट
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
आंखे तो गिरवी पड़ी, बसे हृदय शैतान ।
कब करोगे जीवन का प्रारंभ???
आजकल किन किन बातों का गम है
इससे पहले कोई आकर के बचा ले मुझको
"मुश्किलें मेरे घर मेहमानी पर आती हैं ll
*पुरानी पेंशन हक है मेरा(गीत)*