रोने से मिटते नहीं, दिल के रिसते घाव ।
रोने से मिटते नहीं, दिल के रिसते घाव ।
अन्तस के हर दर्द को, व्यक्त करें ये स्राव ।।
सुशील सरना / 11-12-24
रोने से मिटते नहीं, दिल के रिसते घाव ।
अन्तस के हर दर्द को, व्यक्त करें ये स्राव ।।
सुशील सरना / 11-12-24