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10 Dec 2024 · 1 min read

#मौसमी_मुक्तक-

#मौसमी_मुक्तक-
हालात और हम।
[प्रणय प्रभात]
अब न पुरसिश की कोशिशें कीजे,
बेसबब है, कहां हैं, कैसे हैं?
हम को सर्दी का कोई ख़ौफ़ नहीं,
हम सुलगते अलाव जैसे हैं।।
☺️☺️☺️☺️☺️☺️☺️☺️☺️

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