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8 Nov 2024 · 1 min read

4887.*पूर्णिका*

4887.*पूर्णिका*
🌷 अपना तुझ पर सब न्योछावर 🌷
22 22 22 22
अपना तुझ पर सब न्योछावर ।
तू भी कर ले सब न्योछावर ।।

जीवन का उपहार जहाँ है ।
देखो हम पर सब न्योछावर ।।

रोना गाना और मुस्काना।
खुशियाँ अपनी सब न्योछावर ।।

फूलों सा महके सोच यहाँ ।
बगिया सुंदर सब न्योछावर ।।

चांद सितारें चमके खेदू।
मंजिल प्यारी सब न्योछावर ।।
………✍ डॉ.खेदू भारती “सत्येश”
08-11-2024शुक्रवार

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