देवी त्वं निर्मिता पूर्वमर्चितासि मुनीश्वरैः। नमो नमस्ते तुल
THIS IS WHY YOU DON’T SUCCEED:
छोटी - छोटी खुशियों को हम
ज़िंदगी की जंग जीतनी हो....
*नृप दशरथ चिंता में आए (कुछ चौपाइयॉं)*
छोटी- छोटी प्रस्तुतियों को भी लोग पढ़ते नहीं हैं, फिर फेसबूक
उनकी निष्ठा पर कभी, करना नहीं सवाल
श्याम की महिमा भजन अरविंद भारद्वाज
*नशा तेरे प्यार का है छाया अब तक*
हम तो फूलो की तरह अपनी आदत से बेबस है.
(कविता शीर्षक) *जागृति की मशाल*
वक्त के साथ-साथ चलना मुनासिफ है क्या
ग़ज़ल _ सब्र अपने पास रखना चाहिए ।