दुखा कर दिल नहीं भरना कभी खलिहान तुम अपना
दुखा कर दिल नहीं भरना कभी खलिहान तुम अपना
सुनो मत साधना निर्दोष पर संधान तुम अपना
जगत में चाँदनी झूठी चमकती चार दिन केवल
न खोना भूल कर भी दम्भ में सम्मान तुम अपना
24.09.2024
डॉ. अर्चना गुप्ता