Sahityapedia
Sign in
Home
Your Posts
QuoteWriter
Account
27 Jul 2024 · 1 min read

किसकी सदा....

किसकी सदा….

मैं तेशे के वार से मिट जाता मगर ,
…जाने किसकी सदा ने बचाया मुझे ।
……..कटी शाख़ों पे मौसम हुआ मेहरबाँ ,
………….नन्हीं कोपलों ने फिर सजाया मुझे।

तेशे=कुदाली

सुशील सरना

Loading...