साधा तीखी नजरों का निशाना
एक उम्र बहानों में गुजरी,
अब किसी की याद पर है नुक़्ता चीनी
संघर्षों को लिखने में वक्त लगता है
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
ये गजब की दुनिया है जीते जी आगे बढने नही देते और मरने के बाद
शिवकुमार बिलगरामी के बेहतरीन शे'र
सच के साथ ही जीना सीखा सच के साथ ही मरना
Oh life ,do you take account!
हशरत नहीं है कि, तुम हमें चाहों।
मुहब्बत इम्तिहाँ लेती है...
🙏 गुरु चरणों की धूल 🙏
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
माँ में मिला गुरुत्व ही सांसों के अनंत विस्तार के व्यापक स्त
कभी हमको भी याद कर लिया करो