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22 Jul 2024 · 1 min read

बताओ हम क्या करें

तुम नहीं हो पास, बताओ हम क्या करें।
हर लम्हा है उदास, बताओ हम क्या करें।

दिल करता है गुलाबों को ले लूं अपने हाथों में,
लेकिन कांटे भी है आसपास, बताओ हम क्या करें।

बेचैन है कितने हम तुम्हारे बिना समझ भी जाओ अब,
घर भी लगता है कारावास, बताओ हम क्या करें।

सागर कितना करीब था मेरे मगर,
फिर भी बुझी न प्यास, बताओ हम क्या करें।

ये मन किसी तरह भी बेहेलता नहीं,
कितने ही बदले हमने लिबास, बताओ हम क्या करें।

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