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22 Jun 2024 · 1 min read

मात पिता

मात पिता का आदर करना
उनके आदर्शों पर चलना

उनकी सेवा करना दिल से
कभी फ़र्ज़ से नहीं मुकरना

उनके मन को चोट न पहुँचे
ध्यान हमेशा इसका रखना

जीवन भर जो बने सहारा
उनके साथ खड़े तुम रहना

जो घायल कर दें उनका दिल
ऐसे वचन न उनसे कहना

लेना आशीर्वाद सदा तुम
घर से जब भी कभी निकलना

होगी यही “अर्चना’ सच्ची
उनको मन मंदिर में रखना

डॉ अर्चना गुप्ता
22.06.2024

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