जिन अल्फाज़ो को, आवाज नहीं दे सकते।
पढ़ाई -लिखाई एक स्त्री के जीवन का वह श्रृंगार है,
"स्नेह के रंग" (Colors of Affection):
With every step, you learn, you soar,
माना दौलत है बलवान मगर, कीमत समय से ज्यादा नहीं होती
समूचे विश्व में अपना भी स्वाभिमान निखरेगा,
“लिखने से कतराने लगा हूँ”
बेटी
Dr. Chandresh Kumar Chhatlani (डॉ. चंद्रेश कुमार छतलानी)
यूँ अदावतों का सफ़र तय कर रहे हो,