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31 May 2024 · 1 min read

कलम तो उठा ली,

कलम तो उठा ली,
चिराग भी जलाया।
जैसे ही कल‌म को कागज पर लगाया,
तभी तुम्हारा नाम जहन में आया,
कलम तो मेरी आगे ना बड़ी,
पर पूरा खत आंसुओं से भरा पाया।

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