Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
30 May 2024 · 1 min read

चारों तरफ मीडिया की फौज, बेकाबू तमाशबीनों की भीड़ और हो-हल्ले

चारों तरफ मीडिया की फौज, बेकाबू तमाशबीनों की भीड़ और हो-हल्ले के बीच ध्यान-मुद्रा में महायोग-साधना?
जय हो महाप्रभु।।
कैसे कर लेते हो इतना कुछ?

👌प्रणय प्रभात👌

1 Like · 118 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

चलते-फिरते लिखी गई है,ग़ज़ल
चलते-फिरते लिखी गई है,ग़ज़ल
Shweta Soni
लोगों को फिर से अपने जीवन में
लोगों को फिर से अपने जीवन में
नेताम आर सी
*माता (कुंडलिया)*
*माता (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
सुप्रभात!
सुप्रभात!
सोनम पुनीत दुबे "सौम्या"
4167.💐 *पूर्णिका* 💐
4167.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
छोड़ जाते नही पास आते अगर
छोड़ जाते नही पास आते अगर
कृष्णकांत गुर्जर
राम अवध के
राम अवध के
Sanjay ' शून्य'
*कवि बनूँ या रहूँ गवैया*
*कवि बनूँ या रहूँ गवैया*
Mukta Rashmi
तमन्ना
तमन्ना
Shutisha Rajput
बेटी
बेटी
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
कामयाबी
कामयाबी
अखिलेश 'अखिल'
!! रे, मन !!
!! रे, मन !!
Chunnu Lal Gupta
सत्याधार का अवसान
सत्याधार का अवसान
Shyam Sundar Subramanian
वर्ण पिरामिड
वर्ण पिरामिड
Rambali Mishra
दिल की बात दिल से
दिल की बात दिल से
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
बांग्लादेश में हिन्दुओ को निशाना बनाकर बलत्कृत, हत्या और चुन
बांग्लादेश में हिन्दुओ को निशाना बनाकर बलत्कृत, हत्या और चुन
ललकार भारद्वाज
जीवन है रंगमंच कलाकार हम सभी
जीवन है रंगमंच कलाकार हम सभी
Dr Archana Gupta
पल पल दिल के पास तुम रहती हो
पल पल दिल के पास तुम रहती हो
Johnny Ahmed 'क़ैस'
''आशा' के मुक्तक
''आशा' के मुक्तक"
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
कुंडलिया. . . .
कुंडलिया. . . .
sushil sarna
सत्य
सत्य
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
कठिन समय रहता नहीं
कठिन समय रहता नहीं
Atul "Krishn"
मेरा हाथ
मेरा हाथ
Dr.Priya Soni Khare
प्रतीक्षा अहिल्या की.......
प्रतीक्षा अहिल्या की.......
पं अंजू पांडेय अश्रु
बलराम विवाह
बलराम विवाह
Rekha Drolia
बिखरा ख़ज़ाना
बिखरा ख़ज़ाना
Amrita Shukla
माँ शेरावली है आनेवाली
माँ शेरावली है आनेवाली
Basant Bhagawan Roy
ग़ज़ल
ग़ज़ल
आर.एस. 'प्रीतम'
कितनी बेचैनियां
कितनी बेचैनियां
Dr fauzia Naseem shad
एक छोटी सी मुस्कान के साथ आगे कदम बढाते है
एक छोटी सी मुस्कान के साथ आगे कदम बढाते है
Karuna Goswami
Loading...