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23 May 2024 · 1 min read

सेज सजायी मीत की,

सेज सजायी मीत की,
हृदय पुष्प से रोज ।
तन का लोभी चल दिया,
रोज मनाकर मौज ।।

सुशील सरना / 23-5-24

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