Sahityapedia
Sign in
Home
Your Posts
QuoteWriter
Account
21 May 2024 · 1 min read

दिकपाल छंदा धारित गीत

श्री राम लौट आओ
^^^^^^^^^^^^^^^^^^

221 2122 221 2122

भारत सुधारने को ,श्री राम लौट आओ ।
सतयुग बिसार करके ,इस देश लौट आओ ।।

विश्वास कर हमारा , रघुनाथ दो सहारा।
मझधार में फंसे सब ,रघुवीर दो किनारा ।
थोड़ी दया दिखाने श्री राम लौट आओ ।।

इस देश मे सुनामी ,ईमान बेइमानी ।
सब दास बन रहें है, फिर से नई गुलामी ।
सच प्रीत को निभाने श्री राम लौट आओ ।।

हर जानकी दुखी है कोई नही सुखी है ।
असहाय अरु विवश है , सब स्वार्थ के रथी है ।
नूतन उजास देने , श्री राम लौट आओ ।।

मानव असुर बना है , या पाप का असर है।
आतंक भी प्रखर है , सब कुछ रहा बिखर है।
बौद्धिक प्रकाश देने श्री राम लौट आओ ।।

भाई पिता तलक भी ,बन कर असुर खड़े है ।
दिग्पाल आज भक्षक, हठ को लिए अड़े है ।
आनन्द कन्द बन कर, श्री राम लौट आओ ।।

कैसी हवा चली है ,किस शाप में ढली है ।
रिश्ते जहर घुले है , संवेदना जली है ।
कलयुग विनाश करने ,श्री राम लौट आओ ।।

सुशीला जोशी -विद्योत्तमा
948/,3योगेन्द्र पूरी ,रामपुरम गेट
मुजफ्फरनगर 251001
मो न -9719260777

Loading...