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26 Apr 2024 · 1 min read

पुष्प रुष्ट सब हो गये,

पुष्प रुष्ट सब हो गये,
देख पवन का रोष ।
बिना गंध उद्यान में ,
सूना लगे प्रदोष ।।

सुशील सरना / 26424

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