पुष्प रुष्ट सब हो गये,
पुष्प रुष्ट सब हो गये,
देख पवन का रोष ।
बिना गंध उद्यान में ,
सूना लगे प्रदोष ।।
सुशील सरना / 26424
पुष्प रुष्ट सब हो गये,
देख पवन का रोष ।
बिना गंध उद्यान में ,
सूना लगे प्रदोष ।।
सुशील सरना / 26424