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12 Apr 2024 · 1 min read

माटी में है मां की ममता

माटी में है मां की ममता
खून पसीना है पूर्वज का

प्यार परिश्रम इक पिता का
माटी है वरदान देश का

प्यार पसीना श्रम का जल
सींच रहा है मिट्टी देश का

पोषक अन्न से पाला माटी ने
कर्ज चुकाना है धरती मां का

टी.पी. तरुण

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