Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
22 Feb 2024 · 1 min read

कुछ बातें पुरानी

मैं कहूं कुछ बातें पुरानी।
बीते दशक के कुछ किस्से कहानी ।।

गुड्डे गुड़िया की शादी है जिसमें।
और है पापा की जेब से गिरे हुए सिक्के ।।

छोटी छोटी ज़िद की आँसुओं की है नदियां।
और साथ हैं वो घंटो भरी सिसकियां ।।

मैं कहूं कुछ बातें पुरानी।
बीते दशक के कुछ किस्से कहानी ।।

ना नींद का था दोपहर में कोई ठिकाना।
घर – घर खेलना और शोर मचाना ।।

आइसक्रीम की घंटी सुनकर दौड़ लगाना ।
ना मिलने पर वही धूल में लौट जाना ।।

कुछ ऐसा था वो बचपन का जमाना ।
लड़ना झगड़ना और दुबक कर रोना ।।

मैं कहूं कुछ बातें पुरानी ।
बीते दशक के कुछ किस्से कहानी ।।

हर वक्त बे वक्त तैयार रहते थे हम ।
दुनिया की झंझटो से तब अनजान थे हम ।।

ना किसी बात की फ़िक्र थी ना थी कोई जिम्मेदारी।
दिन भर मस्ती करना और करना अपनी ही मनमानी ।।

मैं कहूं कुछ बातें पुरानी ।
बीते दशक के कुछ किस्से कहानी ।।

231 Views

You may also like these posts

क्या संग मेरे आओगे ?
क्या संग मेरे आओगे ?
Saraswati Bajpai
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
जिसे छूने से ज्यादा... देखने में सुकून मिले
जिसे छूने से ज्यादा... देखने में सुकून मिले
Ranjeet kumar patre
मायड़ भासा री मानता
मायड़ भासा री मानता
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
जहां में
जहां में
SHAMA PARVEEN
रक्तदान से डर क्यों?
रक्तदान से डर क्यों?
Sudhir srivastava
आँखों देखा हाल 'कौशल' लिख रहा था रोड पर
आँखों देखा हाल 'कौशल' लिख रहा था रोड पर
Kaushlendra Singh Lodhi Kaushal
लड़कियांँ इतनी सुंदर भी होती हैं
लड़कियांँ इतनी सुंदर भी होती हैं
Akash Agam
हवाओ में हुं महसूस करो
हवाओ में हुं महसूस करो
Rituraj shivem verma
मुक्तक _ दिखावे को ....
मुक्तक _ दिखावे को ....
Neelofar Khan
एक दीप तो जलता ही है
एक दीप तो जलता ही है
कुमार अविनाश 'केसर'
गुलामी क़बूल नहीं
गुलामी क़बूल नहीं
Shekhar Chandra Mitra
मुँहतोड़ जवाब मिलेगा
मुँहतोड़ जवाब मिलेगा
Dr. Pradeep Kumar Sharma
2959.*पूर्णिका*
2959.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
इससे पहले कोई आकर के बचा ले मुझको
इससे पहले कोई आकर के बचा ले मुझको
अंसार एटवी
संयुक्त परिवार - भाग १
संयुक्त परिवार - भाग १
CA Amit Kumar
"अवशेष"
Dr. Kishan tandon kranti
🙅आज का मसला🙅
🙅आज का मसला🙅
*प्रणय*
किताब
किताब
अवध किशोर 'अवधू'
डर लगता है
डर लगता है
Dr.Pratibha Prakash
तेवरी में ‘शेडो फाइटिंग’ नहीं + योगेन्द्र शर्मा
तेवरी में ‘शेडो फाइटिंग’ नहीं + योगेन्द्र शर्मा
कवि रमेशराज
शरद का चांद
शरद का चांद
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
लतियाते रहिये
लतियाते रहिये
विजय कुमार नामदेव
हिन्दु नववर्ष
हिन्दु नववर्ष
भरत कुमार सोलंकी
मोदी को सुझाव
मोदी को सुझाव
बिमल तिवारी “आत्मबोध”
रंजिश हीं अब दिल में रखिए
रंजिश हीं अब दिल में रखिए
Shweta Soni
गाडगे पुण्यतिथि
गाडगे पुण्यतिथि
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
राधा
राधा
Rambali Mishra
स्त्री यानी
स्त्री यानी
पूर्वार्थ
–स्वार्थी रिश्ते —
–स्वार्थी रिश्ते —
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
Loading...