Sahityapedia
Sign in
Home
Your Posts
QuoteWriter
Account
19 Feb 2024 · 1 min read

अपना गम देख कर घबरा गए

अपना गम देख कर घबरा गए
कितना कम देख कर घबरा गए

छुड़ा रही थी ममता आँचल
बच्चे स्कूल के गेट पर घबरा गए

वो कहानी जीने को मिली है
जिसके तुम लेख पर घबरा गए

डूबते देख आ गया था तिनका
तुम जिसके वेग से घबरा गए

प्यार का समन्दर है मन मेरा
क्यों सतह को देख कर घबरा गए

पूरा समर शेष है अभी अर्जुन
सिर्फ स्थापना देख कर घबरा गए

प्रियतम ले आया है वस्त्र नया
बदलती इस भेंट पर घबरा गए

Loading...