Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
5 Feb 2024 · 1 min read

22.Challenge

Challenge

Barren of emotion
Barren of thought
Shorn of light
With feeble life
Wish to fly
In the sky
Like a kite.

The bust of Kali
Beacons me to dance
To the tune of
Beating drum of Eternity
To destroy dull and dross
Ennui and infirmity

Am I strong
Venture to dance?
O,bestow with
Sense and strength
To stand and say
‘Yes’ to whatever challenge
Awaits my way.

1 Like · 153 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Santosh Khanna (world record holder)
View all

You may also like these posts

अंतस  सूरत  आपरी, अवळूं घणीह आय।
अंतस सूरत आपरी, अवळूं घणीह आय।
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
कनक मंजरी छंद
कनक मंजरी छंद
Rambali Mishra
डर के आगे जीत है!
डर के आगे जीत है!
Jaikrishan Uniyal
3390⚘ *पूर्णिका* ⚘
3390⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
सोंच
सोंच
Ashwani Kumar Jaiswal
*देना प्रभु जी स्वस्थ तन, जब तक जीवित प्राण(कुंडलिया )*
*देना प्रभु जी स्वस्थ तन, जब तक जीवित प्राण(कुंडलिया )*
Ravi Prakash
ॐ नमः शिवाय…..सावन की शुक्ल पक्ष की तृतीया को तीज महोत्सव के
ॐ नमः शिवाय…..सावन की शुक्ल पक्ष की तृतीया को तीज महोत्सव के
Shashi kala vyas
अच्छे बच्चे
अच्छे बच्चे
Dr. Pradeep Kumar Sharma
श्रम साधक को विश्राम नहीं
श्रम साधक को विश्राम नहीं
संजय कुमार संजू
"मोबाइल फोन"
Dr. Kishan tandon kranti
शायद बदल जाए
शायद बदल जाए
डॉ. शिव लहरी
चाॅंद पे भी तो दाग है
चाॅंद पे भी तो दाग है
विक्रम सिंह
जुमर-ए-अहबाब के बीच तेरा किस्सा यूं छिड़ गया,
जुमर-ए-अहबाब के बीच तेरा किस्सा यूं छिड़ गया,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
A daughter's reply
A daughter's reply
Bidyadhar Mantry
जब हम गलत मार्ग या भटकते हैं तभी हम खोज के तरफ बढ़ते हैं, नह
जब हम गलत मार्ग या भटकते हैं तभी हम खोज के तरफ बढ़ते हैं, नह
Ravikesh Jha
प्रेम बिना जीवन कहाँ,
प्रेम बिना जीवन कहाँ,
डॉक्टर रागिनी
मेरी आंखों में बह रहा है..कौन है
मेरी आंखों में बह रहा है..कौन है
दीपक बवेजा सरल
बंदिशें
बंदिशें
Kumud Srivastava
नया साल
नया साल
विजय कुमार अग्रवाल
तुम मुझे सुनाओ अपनी कहानी
तुम मुझे सुनाओ अपनी कहानी
सोनम पुनीत दुबे "सौम्या"
''पढ़ा लिखा दो मुझको भी पापा ''
''पढ़ा लिखा दो मुझको भी पापा ''
शिव प्रताप लोधी
अर्कान - फाइलातुन फ़इलातुन फैलुन / फ़अलुन बह्र - रमल मुसद्दस मख़्बून महज़ूफ़ो मक़़्तअ
अर्कान - फाइलातुन फ़इलातुन फैलुन / फ़अलुन बह्र - रमल मुसद्दस मख़्बून महज़ूफ़ो मक़़्तअ
Neelam Sharma
कहते थे जो कल तक, हालात बदल देंगे।
कहते थे जो कल तक, हालात बदल देंगे।
Abhilesh sribharti अभिलेश श्रीभारती
रतन टाटा जी की बात थी खास
रतन टाटा जी की बात थी खास
Buddha Prakash
सौदा
सौदा
ओनिका सेतिया 'अनु '
तल्ख़ इसकी बहुत हक़ीक़त है ।
तल्ख़ इसकी बहुत हक़ीक़त है ।
Dr fauzia Naseem shad
शिव शंकर तू नीलकंठ -भजन-रचनाकार:अरविंद भारद्वाज
शिव शंकर तू नीलकंठ -भजन-रचनाकार:अरविंद भारद्वाज
अरविंद भारद्वाज
हे अगर तुझमे जुनून,
हे अगर तुझमे जुनून,
sonu rajput
सशक्त रचनाएँ न किसी
सशक्त रचनाएँ न किसी "लाइक" से धन्य होती हैं, न "कॉमेंट" से क
*प्रणय प्रभात*
“Your work is going to fill a large part of your life, and t
“Your work is going to fill a large part of your life, and t
पूर्वार्थ
Loading...