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24 Jan 2024 · 1 min read

कबूतर

करे कबूतर गुटर-गुटर गूँ |
सबसे प्यारा मैं दिखता हूँ|

धवल सफेद सलेटी काला|
लगता हूँ मैं भोला-भाला|
जब उड़ता हूँ बनती माला|
इंसानों ने भी है पाला|
बालकनी में ठुमक-ठुमक ठूँ|
करे कबूतर गुटर-गुटर गूँ |

दिखता ज्यों छोटा विमान हूँ|
भारत का मैं स्वाभिमान हूँ|
आज़ादी का चिन्ह विहग हूँ|
पहुँचाता संदेश सजग हूँ|
पंख पसारे नभ को छू लूँ|
करे कबूतर गुटर-गुटर गूँ |

मैं उड़ने की चाह जगाता|
सबमें हिम्मत जोश बढ़ाता|
सदा काम तुम्हारे आता|
फिर भी मैं तुमसे घबराता|
तुम मुझको अब मार रहे क्यूँ|
करे कबूतर गुटर-गुटर गूँ |

मैं शांति का दूत हूँ प्यारा|
नेहरू के आँखों का तारा|
इंसानों का बना सहारा|
हर मुश्किल से उसे उबारा|
जीने का पैगाम सदा दूँ|
करे कबूतर गुटर-गुटर गूँ |
वेधा सिंह

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