Sahityapedia
Sign in
Home
Your Posts
QuoteWriter
Account
20 Jan 2024 · 1 min read

प्रभु शुभ कीजिए परिवेश

राम कृपा से दिख रहा है
देश में अद्भुत आहृलाद
नव प्रासाद में विराज कर
रामलला देंगे आशीर्वाद
सदियों से जन जन के मन
में व्यापा रहा जो मलाल
उसे हटाकर प्रभु रामलला
जन जन को करेंगे निहाल
सरयू की धारा कल कल
कर करती श्रीराम गुनगान
लहरा लहराकर भक्तों का
मन मोहती है आठों याम
सूर्य सुता त्रय ताप नसावनि
बतला गए ऋषि और ज्ञानी
उनके तट पर आकर तर
गए देश के असंख्य प्राणी
प्रभु रामलला की कृपा से
बदला अवधपुरी का नजारा
राम नाम से गुंजित हो रहा
अब हर ग्राम,नगर, चौबारा
राम राम का सतत जाप कर
उनसे अर्ज़ करता अब उमेश
जन जन के मन के भेद मिटा
प्रभु शुभ कीजिए परिवेश

Loading...