Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
16 Jan 2024 · 1 min read

भँवर में जब कभी भी सामना मझदार का होना

भँवर में जब कभी भी सामना मझदार का होना
ज़रूरी भी है कश्ती के लिए पतवार का होना,

वतन की नीव हैं हम तो अलग हो ही नहीं सकते
कभी देखा है ख़बरों के बिना अख़बार का होना
~अंसार एटवी

233 Views

You may also like these posts

3709.💐 *पूर्णिका* 💐
3709.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
चुन्नी सरकी लाज की,
चुन्नी सरकी लाज की,
sushil sarna
*pyramid*
*pyramid*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
वक्त की किमत
वक्त की किमत
Avani Yadav
क्यों जिंदगी अब काली रात है
क्यों जिंदगी अब काली रात है
Chitra Bisht
महानगर के पेड़ों की व्यथा
महानगर के पेड़ों की व्यथा
Anil Kumar Mishra
मानवता के पथ पर
मानवता के पथ पर
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
!!!! कब होगा फैसला मेरा हक़ में !!!!
!!!! कब होगा फैसला मेरा हक़ में !!!!
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
स्त्रियां, स्त्रियों को डस लेती हैं
स्त्रियां, स्त्रियों को डस लेती हैं
पूर्वार्थ
नौ दिन
नौ दिन
Dr.Pratibha Prakash
बाल गीत
बाल गीत "लंबू चाचा आये हैं"
अटल मुरादाबादी(ओज व व्यंग्य )
आल्हा छंद
आल्हा छंद
seema sharma
नहीं मतलब अब तुमसे, नहीं बात तुमसे करना
नहीं मतलब अब तुमसे, नहीं बात तुमसे करना
gurudeenverma198
"क्रूरतम अपराध"
Dr. Kishan tandon kranti
मां की महत्ता
मां की महत्ता
Mangilal 713
"When everything Ends
Nikita Gupta
*तन्हाँ तन्हाँ  मन भटकता है*
*तन्हाँ तन्हाँ मन भटकता है*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
मरूधर रौ माळी
मरूधर रौ माळी
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
आधुनिक टंट्या कहूं या आधुनिक बिरसा कहूं,
आधुनिक टंट्या कहूं या आधुनिक बिरसा कहूं,
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
शायरी का बादशाह हूं कलम मेरी रानी अल्फाज मेरे गुलाम है बाकी
शायरी का बादशाह हूं कलम मेरी रानी अल्फाज मेरे गुलाम है बाकी
Ranjeet kumar patre
देख कर ही सुकून मिलता है
देख कर ही सुकून मिलता है
Dr fauzia Naseem shad
19. Memories
19. Memories
Ahtesham Ahmad
धन्यवाद
धन्यवाद
Rambali Mishra
जीव के मौलिकता से परे हो,व्योम धरा जल त्रास बना है।
जीव के मौलिकता से परे हो,व्योम धरा जल त्रास बना है।
दीपक झा रुद्रा
तीन औरतें बेफिक्र जा रही थीं,
तीन औरतें बेफिक्र जा रही थीं,
Ajit Kumar "Karn"
भारतीय इतिहास का दर्शनशास्त्र अजेय भारत (Philosophy of Indian History Invincible India)
भारतीय इतिहास का दर्शनशास्त्र अजेय भारत (Philosophy of Indian History Invincible India)
Acharya Shilak Ram
मैं कल के विषय में नहीं सोचता हूं, जो
मैं कल के विषय में नहीं सोचता हूं, जो
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
आदमी के नयन, न कुछ चयन कर सके
आदमी के नयन, न कुछ चयन कर सके
सिद्धार्थ गोरखपुरी
"मन" भर मन पर बोझ
Atul "Krishn"
तेरा ज़िक्र
तेरा ज़िक्र
Sakhi
Loading...