सूरज ढल रहा हैं।
सूरज ढल रहा हैं।
तेरे मेरे लबों का सफर छूट रहा हैं।
जिंदगी और जीवन में एक स्वाद कुछ कह रहा हैं।
सूरज ढल रहा हैं।
तेरे मेरे लबों का सफर छूट रहा हैं।
जिंदगी और जीवन में एक स्वाद कुछ कह रहा हैं।