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21 Dec 2023 · 1 min read

शांति से खाओ और खिलाओ

हर जन प्रतिनिधि के हाथ
लग जाती रहस्यमयी चाबी
जीतने के कुछ दिन बाद ही
दिखते हैं उनके ठाट नवाबी
कारों और कोठियों की बन
जाती लंबी लंबी सी कतार
भाग्य विधाता मतदाता ही
याचक बन जुटें उनके द्वार
विकास के लिए बनती जो
भी छोटी या बड़ी योजनाएं
जन प्रतिनिधि उनके बजट
में भी करते रहते दाएं बाएं
जवाबदेही की चिंता कभी
करता ही नहीं संबंधित तंत्र
शांति से खाओ और खिलाओ
सभी आफिसों में यही महामंत्र

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