Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Nov 2023 · 1 min read

2668.*पूर्णिका*

2668.*पूर्णिका*
*अपना हमदम *
22 22
🌹⚘⚘⚘⚘🌷🌷🌷
अपना हमदम।
साहिल हरदम।।
रौशन दुनिया।
तारे चमचम ।।
मन भी पायल ।
बाजे छम छम ।।
चाहत राहत ।
न खुशी है गम ।।
तांडव खेदू।
डमरू डम डम ।।
……….✍डॉ .खेदू भारती “सत्येश”
01-11-23 बुधवार

282 Views

You may also like these posts

रख लेना तुम सम्भाल कर
रख लेना तुम सम्भाल कर
Pramila sultan
रंजिशें
रंजिशें
AJAY AMITABH SUMAN
हरे की हार / मुसाफ़िर बैठा
हरे की हार / मुसाफ़िर बैठा
Dr MusafiR BaithA
मंत्र: सिद्ध गंधर्व यक्षाधैसुरैरमरैरपि। सेव्यमाना सदा भूयात्
मंत्र: सिद्ध गंधर्व यक्षाधैसुरैरमरैरपि। सेव्यमाना सदा भूयात्
Harminder Kaur
उनके आने से ही बहार आए
उनके आने से ही बहार आए
Dr fauzia Naseem shad
ओकरा गेलाक बाद हँसैके बाहाना चलि जाइ छै
ओकरा गेलाक बाद हँसैके बाहाना चलि जाइ छै
गजेन्द्र गजुर ( Gajendra Gajur )
प्रेम पीड़ा
प्रेम पीड़ा
Shivkumar barman
"वक्त के पाँव"
Dr. Kishan tandon kranti
🌸 मन संभल जाएगा 🌸
🌸 मन संभल जाएगा 🌸
पूर्वार्थ
“शिक्षा के दीपक”
“शिक्षा के दीपक”
Yogendra Chaturwedi
दुःख है, पीड़ा है लेकिन उससे भी अधिक हम कल्पना में खोए हुए ह
दुःख है, पीड़ा है लेकिन उससे भी अधिक हम कल्पना में खोए हुए ह
Ravikesh Jha
उड़ रहा खग पंख फैलाए गगन में।
उड़ रहा खग पंख फैलाए गगन में।
surenderpal vaidya
#विभाजन_विभीषिका_स्मृति_दिवस
#विभाजन_विभीषिका_स्मृति_दिवस
Ravi Prakash
सच्चे लोग गुस्सा बहुत करते है
सच्चे लोग गुस्सा बहुत करते है
shabina. Naaz
कुप्रथाएं.......एक सच
कुप्रथाएं.......एक सच
Neeraj Agarwal
छंद का आनंद घनाक्षरी छंद
छंद का आनंद घनाक्षरी छंद
guru saxena
प्रार्थना
प्रार्थना
Shally Vij
शरारती निगाह में वही हँसी खुमार है।
शरारती निगाह में वही हँसी खुमार है।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
बातें कल भी होती थी, बातें आज भी होती हैं।
बातें कल भी होती थी, बातें आज भी होती हैं।
ओसमणी साहू 'ओश'
भीड़ और लोगों के अप्रूवल्स इतने भी मायने नहीं रखते जितना हम म
भीड़ और लोगों के अप्रूवल्स इतने भी मायने नहीं रखते जितना हम म
Shivam Sharma
3156.*पूर्णिका*
3156.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
दीपो का त्योहार
दीपो का त्योहार
रुपेश कुमार
😊अद्वेत चिंतन😊
😊अद्वेत चिंतन😊
*प्रणय*
पीता नहीं मगर मुझे आदत अजीब है,
पीता नहीं मगर मुझे आदत अजीब है,
Kalamkash
222. प्रेम करना भी इबादत है।
222. प्रेम करना भी इबादत है।
मधुसूदन गौतम
बालों की सफेदी देखी तो ख्याल आया,
बालों की सफेदी देखी तो ख्याल आया,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
शुभकामना संदेश
शुभकामना संदेश
डॉ नवीन जोशी 'नवल'
हम तो अपनी बात कहेंगे
हम तो अपनी बात कहेंगे
अनिल कुमार निश्छल
बहन
बहन
Smita Kumari
दोहा पंचक. . . मकरंद
दोहा पंचक. . . मकरंद
sushil sarna
Loading...