Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
#29 Trending Author
*प्रणय*
72 Followers
Follow
Report this post
11 Oct 2023 · 1 min read
■ 5 साल में 1 बार पधारो बस।।
■ 5 साल में 1 बार पधारो बस।।
Tag:
Quote Writer
Like
Share
1 Like
· 191 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
You may also like these posts
*जब से मुकदमे में फॅंसा, कचहरी आने लगा (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
लड़के रोते नही तो क्या उन को दर्द नही होता
Sandhya Chaturvedi(काव्यसंध्या)
मुझे भी तुम्हारी तरह चाय से मुहब्बत है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
दरिया की लहरें खुल के - संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
आज के जमाने में-
लक्ष्मी सिंह
भूगोल के हिसाब से दुनिया गोल हो सकती है,
P S Dhami
तबियत बदलती है
Kunal Kanth
वोट डालने जाना
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
*माँ दुर्गा का प्रथम स्वरूप - शैलपुत्री*
Shashi kala vyas
जीवन नैया
शशि कांत श्रीवास्तव
मंजिल की तलाश
Deepali Kalra
■ कुत्ते की टेढ़ी पूंछ को सीधा करने की कोशिश मात्र समय व श्र
*प्रणय*
"गणेश चतुर्थी की शुभकामना "
DrLakshman Jha Parimal
अफसोस है मैं आजाद भारत बोल रहा हूॅ॑
VINOD CHAUHAN
ग़ज़ल _ आइना न समझेगा , जिन्दगी की उलझन को !
Neelofar Khan
एक दिन बिना बताए उम्मीद भी ऐसी चली जाती है,
पूर्वार्थ
हां मैं योद्धा बनूंगी
Madhuri mahakash
ऐ दिल की उड़ान
Minal Aggarwal
आग पानी में लगाते क्यूँ हो
Shweta Soni
Happy New Year
Deep Shikha
मुझे अकेले ही चलने दो ,यह है मेरा सफर
डॉ. दीपक बवेजा
"इसी का नाम जीवन है"
Dr. Kishan tandon kranti
उत्तर बिहार अर्थात मिथिला राज्य: पुनर्गठन।
Acharya Rama Nand Mandal
ओढ़े जुबां झूठे लफ्जों की।
Rj Anand Prajapati
चलो एक बार फिर से ख़ुशी के गीत गाएं
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
गीता सार
Rajesh Kumar Kaurav
सरसी छंद
seema sharma
ज़माने से मिलकर ज़माने की सहुलियत में
शिव प्रताप लोधी
शोक-काव्य
डॉ राजेंद्र सिंह स्वच्छंद
सच तो जीवन में हमारी सोच हैं।
Neeraj Agarwal
Loading...