Sahityapedia
Sign in
Home
Your Posts
QuoteWriter
Account
5 Oct 2023 · 1 min read

प्रेम की अनुभूति

सच्चा प्रेम
जीवन में अकस्मात ही आता है
प्रेम की तलाश नहीं की जाती
ईश्वर जिन दो हृदयों को चुनता है
प्रेम के लिए
वो एक दूसरे को ढूंढ ही लेता है
कभी कभी तो प्रेम आश्चर्य की
घटना जैसा होता है
और जीवन सुखद संयोगों से भर जाता है
प्रेम तभी ठहर पाता है
जब मन की गांठे खुली हो
और ह्रदय प्रेम के लिए
उचित अवसर की तलाश न करे
प्रेम की सफलता
संवाद हीनता पर टिकी है
जितने कम शब्द
उतना अधिक प्रेम का प्रभाव
प्रेम गर जल्दी प्राप्त करने की कोशिश की जाए
तो प्रेम की विश्वसनीयता कम हो जाती है
प्रेम संघर्ष से प्राप्त हो
तभी उचित प्रतीत होता है
और प्रेम में पड़े दो इंसान
प्रेम की अनुभूति में
सच्चे प्रेमी बन जाते है
जिन्हें न डूबने का डर सताता है
और न बिखरने का… अभिषेक राजहंस

Loading...