Sahityapedia
Sign in
Home
Your Posts
QuoteWriter
Account
4 Aug 2023 · 1 min read

"संविधान"

“संविधान”
जब से स्वराज का सुघर विहान हो गया ,
अपनी धरा वह अपना आसमान हो गया,
राजा प्रजा दोनों ही एक समान हो गए
जिस दिन से लागू मेरा संविधान हो गया।
✍️श्लोक”उमंग”✍️

Loading...