हम कहाँ जा रहे हैं...
हम कहाँ जा रहे हैं…
कभी गाँव की बेटी भी हमारी बेटी होती थी…
आज हमारी बेटियाँ पड़ोसी से ही सुरक्षित नहीं है।
हम कहाँ जा रहे हैं…
कभी गाँव की बेटी भी हमारी बेटी होती थी…
आज हमारी बेटियाँ पड़ोसी से ही सुरक्षित नहीं है।