जो समाज की बनाई व्यस्था पे जितना खरा उतरता है वो उतना ही सम्
जो समाज की बनाई व्यस्था पे जितना खरा उतरता है वो उतना ही सम्मानीय व्यक्ति हो जाता है।
जो समाज की बनाई व्यस्था पे जितना खरा उतरता है वो उतना ही सम्मानीय व्यक्ति हो जाता है।