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7 May 2023 · 1 min read

उठाना होगा यमुना के उद्धार का बीड़ा

मानवीय व्यवहारों से जहरीला
हो गया यमुना जी का पानी
फिर भी वो अभी बख्श रही
हैं करोड़ों लोगों को जिंदगानी
राजधानी दिल्ली के निवासी
खुद को मानते आधुनिक जरूर
पर यमुना की दीन दशा को ले
नहीं किया कोई आंदोलन मशहूर
केंद्र सरकार और बड़े संस्थानों का
अमला भी है वहां भारी भरकम
पर किसी संस्थान ने नहीं उठाया
बीड़ा कि यमुना की पीड़ा हो कम
दशकों से वहां यमुना की सफाई के
नाम पर बस होती रही खानापूर्ति
लगातार विषैली होते जाना बन गई
जीवनदायिनी यमुना की नियति
समूचे दिल्लीवासियों को एकजुट हो
उठाना होगा यमुना के उद्धार का बीड़ा
अन्यथा निकट भविष्य में उन्हें जल
प्रबंधन में झेलनी होगी गहरी पीड़ा
नालों के जलशोधन के लिए सरकार
को करने होंगे ठोस और उचित प्रबंध
कचरे के सुरक्षित निपटारे को जगह
जगह लगवाने होंगे पर्याप्त संयंत्र

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