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27 Apr 2023 · 1 min read

चुटकी

चुटकी
जिंदा रहने की ख्वाहिश में रोज़ रोज़ मरना क्या है,
ऊखल में सिर दे दिया तो मूसल से डरना क्या है।
गाजर,मूली, केला, आडू कुछ भी कह लो मुझको
ऐसे ही खा लो सीधे से , चाकू का करना क्या है।
– मोहित

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