"हश्र भयानक हो सकता है,
“हश्र भयानक हो सकता है,
इन खुशरंग नज़ारों का।
आलिम झोंके साथ अगर,
देंगे ज़ाहिल अंगारों का।।”
■प्रणय प्रभात■
“हश्र भयानक हो सकता है,
इन खुशरंग नज़ारों का।
आलिम झोंके साथ अगर,
देंगे ज़ाहिल अंगारों का।।”
■प्रणय प्रभात■