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25 Feb 2023 · 1 min read

ना जाने कौन से मैं खाने की शराब थी

ना जाने कौन से मैं खाने की शराब थी
दो ही घुट ने सारा जिगर जला डाला ,

मेरे मुताबिक इश्क नहीं लोटाया उसने
अधूरे इश्क ने यह क्या हाल बना डाला

कवि दीपक सरल

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